अपने आसपास के लोगों को कैसे खुश रखें? -How to Make Someone Happy in Hindi । Mansa Motivation


जिंदगी में अधिकतर समय ऐसा आता है कि हम किसी दूसरे व्यक्ति को खुश नहीं रख पाते हैं।

दूसरों को ना खुश रखने की वजह से मनमुटाव की स्थिति बन जाती है और हमारे प्रति दूसरे लोग हीन की भाव से देखना शुरू कर देते हैं।

हमें ऐसा लगता है कि हम ऐसा क्या करें कि हम अपने आसपास के लोगों को खुश रख सके, ताकि दूसरे लोग हमारे साथ अच्छा बर्ताव कर सके।
 

इस ब्लॉग पोस्ट में आप जानेंगे कि आप अपने आसपास के लोगों को कैसे खुश रख सकते हैं?

जब आप  घर में अपने परिवारों के साथ होते हैं, तो उनके साथ आपका तालमेल सही नहीं हो पाता है या अच्छी संबंध नहीं बैठ पाता है, जिसकी वजह से मनमुटाव बना रहता है।

अपने आसपास के लोगों को कैसे खुश रखें?



जब आप ऑफिस जाते हैं, तो आपके बुरे व्यवहार या बुरी आदतों की वजह से ऑफिस के लोग आपसे सही ढंग से बात नहीं करते हैं और आपको गलत इंसान समझने लगते हैं।


अपने आसपास के लोगों को कैसे खुश रखें?


1. दूसरों के हित में कार्य करें 


दोस्तों, जैसा कि आप जानते हैं अगर हम दूसरे व्यक्तियों के साथ गलत व्यवहार करते हैं, तो वे व्यक्ति भी हमसे बुरा व्यवहार करने के लिए मौका तलासता रहता है. 


इसलिए यदि आपसे किसी वजह से किसी व्यक्ति के प्रति गलती हो जाती है, तो उसी समय माफी मांग लेना चाहिए ताकि भविष्य में कोई परेशानी न खड़ा हो सके. 

जानबूझकर किसी प्रकार का बुरा व्यवहार दूसरे व्यक्तियों के साथ नहीं करना चाहिए.


दोस्तों, जितना हो सके दूसरे व्यक्तियों के हित के बारे में सोचें और यदि कोई आप से मदद मांगने आता है, तो जितना हो सके मदद करने की कोशिश करनी चाहिए ताकि वह व्यक्ति आपके प्रति अच्छा सोच और समझ सके. 


2. एकता की भावना बनाए रखें 


यदि आपके आसपास के लोगों में बहुत बड़ी समस्या खड़ी हो जाती है तो आप उन समस्याओं को एकता के साथ हल करने की कोशिश करनी चाहिए।

जिससे आप अपने आसपास के लोगों में भलाई करने वाले व्यक्ति के रूप में उभर कर आते हैं और लोग आपसे जुड़ता पसंद करने लगते हैं.



3. अपनी बातों से दूसरों को संतुष्ट करना सीखें 


दोस्तों जैसा आप जानते हैं कि मधुर वाणी बोलने से बहुत फायदे तो जरूर होता है, इसीलिए आप जब भी दूसरे व्यक्तियों से बातचीत करते हैं, तो उस समय सही व्यवहार करते हुए मधुर वाणी बोलने का प्रयास करें। 


ताकि दूसरे व्यक्ति भी आपसे अच्छा आचरण करते हुए आपको सम्मान देने की कोशिश करेगा। 


दोस्तों, कहा जाता है कि जैसा आप दूसरे के साथ व्यवहार करते है , वैसा ही व्यवहार सामने वाला व्यक्ति भी करने प्रयास जरूर करता है। 


4. खुद को खुश रखें 


दोस्तों, सबसे पहले खुद को खुश रखें, उसके बाद में ही आप दूसरों को भी खुश रख सकते हैं. 

महान व्यक्तियों के बारे जब आप पढ़ते हैं, तो उन महान लोगों की ज्यादातर सलाह यही रहती है कि सबसे पहले खुद खुश रहना शुरू कीजिए, तभी  आप दूसरे व्यक्तियों की समस्या का समाधान आसानी से कर करते हैं।


5. दूसरों के अच्छे कार्य में हस्तक्षेप ना करें 


दोस्तों, जब दूसरे व्यक्ति सही कार्य करने की कोशिश करता है तो उसे हत्तोत्साहित जानबूझकर कभी नहीं करना चाहिए ।


यदि आप अच्छे कार्य करने से मना करते है तो वे व्यक्ति आपसे नफरत करने के साथ-साथ आपको नकारात्मक व्यक्ति समझने लगता है। 

इसीलिए दोस्तों, दूसरों के अच्छे कार्य में हस्तक्षेप न करें  कि उनके कार्य में बाधा पहुँच सके।


6. दूसरों की पसंद को नजरअंदाज ना करें 


दोस्तों, दूसरे लोगों की पसंद को नजरअंदाज नहीं करने की कोशिश करें , क्योंकि ऐसा करने से आपसे से विश्वास उठ जाता है। 


जितना आप से हो सके उनता जरूर करने की कोशिश कीजिए, ताकि दूसरे व्यक्ति आपसे भावनात्मक रूप से जुड़कर आपसे सही से अपनी आंतरिक भावना को बता सके।



7. दूसरों के भावनाओं  को समझें


दूसरे के भावनाओं से कभी भी जानबुझ कर खेलवाड़ नहीं करने का प्रयास करना चाहिए।

आपके आसपास के लोग आपके बड़े सोच और भावानात्मक सोच के कारण ही जुड़ना पसंद करते हैं।


जैसा कि आप बचपन से सुनते आए है कि मनुष्य एक समाजिक प्राणी है।

इसीलिए दोस्तों, समाजिक रूप से जोड़ने के लिए वैसा ही विचार रखना होगा जैसा व्यक्ति चाहता है, जो कि व्यक्तियों के फायदेमंद हो सके।


दूसरे के भावना को जरूर से समझने का प्रयास करें और आपस में मिलजुलकर रहने के साथ सही ज्ञान और संदेश पहुँचाने का कार्य करें।


निष्कर्ष :-


अगर आपको यह आर्टिकल पढ़कर अच्छा लगा तो आप अपने अनुभव को  साझा कर सकते हैं  जिससे  भविष्य में  अच्छी-अच्छी जानकारी आपके  रिएक्शन के अनुसार या अनुभव के अनुसार  इस ब्लॉग पर  आता रहे ।

आशा करता हूँ कि अपने आसपास के लोगों को कैसे खुश रखें? -How to Make Someone Happy in Hindi आपको पसंद आई होगी।

 अपना समय इस पोस्ट पर गुजारने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद!