खुश रहने के लिए हमें क्या करना चाहिए- Khush Rahane Ke Liye Hamen Kya Karana Chaahie Hindi Mein


Hello दोस्तों, टेंशन या चिंताएं हमारे दिमाग में इतना ही चिंताएं भर देता है कि हम उसी में उलझ कर रह जाते हैं और बाहर आने की शक्ति को धीरे-धीरे खो देते हैं.


दोस्तों, आज इस पोस्ट में आपको बताएंगे कि खुश रहने के लिए हमें क्या करना चाहिए - Khush Rahane Ke Liye Hamen Kya Karana Chaahie Hindi Mein?


 खुशी हम 1 मिनट में ही हासिल कर सकते हैं और 1 मिनट में ही खुशी को खो सकते हैं.


यह सब आपके ऊपर निर्भर करता है, कि आपको किस प्रकार से अच्छी खुशी मिलती है. जो दिखावा न हो, बल्कि आंतरिक खुशी महसूस होती हो.


कई बार दिखावे की खुशी के लिए हमें आंतरिक खुशी को त्यागना पड़ जाता है.


खुशी का माध्यम तो कई प्रकार के होते हैं, लेकिन असली खुशी का माध्यम कुछ ही होते हैं जो हमें खुशी प्रदान करने में सहायक होता है.


दोस्तों, खुश रहने के लिए सबसे क्या जरूरी है- संसार को ठीक उसी रूप में सच्चे दिल से स्वीकार करो जैसा हमें मिला है.


Khush Rahane Ke Liye Hamen Kya Karana Chaahie Hindi Mein



खुश रहने के लिए हमें क्या करना चाहिए- Khush Rahane Ke Liye Hamen Kya Karana Chaahie Hindi Mein


दोस्तों, आइए समझते हैं कि खुश रहने के लिए हमें क्या करना चाहिए, जिससे आपको प्रदान हो सके.



1. प्रकृति से घुल मिल कर रहें


दोस्तों, इस दुनिया में प्रकृति से घुल मिल कर रहने से यानी कि जब इंसान प्रकृति के साथ दिन में कुछ समय निकालकर प्रकृति को देने का कार्य करता है, तो उसे आंतरिक खुशी का अनुभव होता है. क्योंकि जैसा आप जानते हैं कि मनुष्य भी प्रकृति का अभिन्न अंग होता है.


प्रकृति के साथ घुलमिल कर रहने का मतलब यह है कि आप कुछ समय के लिए सुबह उठकर सूर्य के उगते समय नई ताजगी का अनुभव करें और नई उमंग को उत्पन्न करने की कोशिश करें, तब आप आसानी से खुशी का अनुभव कर सकते हैं.


प्रकृति के हरियाली स्थानों पर हमारा मन शांत हो जाता है, क्योंकि हम प्रकृति का एक हिस्सा हैं. इसी लिए हरियाली स्थानों पर हमें अच्छा अनुभव होता है.



झरने के किनारे या नदी के किनारे कुछ समय बिताने से आपको आंतरिक आनंद का अनुभव होता है, जो एक सबसे अलग प्रकार का अनुभव प्रदान करता है.


अगर आप ग्रामीण इलाकों में रहते होंगे, तो आपको अपने आसपास के माहौल को महसूस करने में अच्छा अनुभव होता है और जब आप भीड़ से भरी हुई स्थानों पर जाते हैं तो आपके अंदर चिड़चिड़ापन या गुस्सा का अनुभव होने लगता है.


इसलिए खुश रहने के लिए आपको कुछ समय के लिए प्रकृति के साथ समय बिताना सही साबित हो सकता है. यह सब आपके ऊपर डिपेंड करता है कि आप प्रकृति को किस नजरिए के साथ देखते हैं.


अगर आपका नकारात्मक नजरिया प्रकृति के साथ होगा, तो प्रकृति आपको कोई भी खुशी प्रदान नहीं करेगी. लेकिन यदि आपका प्रकृति के साथ सकारात्मक नजरिया होगा, तो आपको प्रकृति भी अच्छी ऊर्जा प्रदान करेगी, जो कि आनंद से भरपूर होगा और आपको खुशी का अनुभव जरूर कराएगी.



2. सुबह-सुबह सच्चे दिल से 10 से 15 मिनट प्रार्थना जरूर करें.


सुबह-सुबह सच्चे दिल से कुछ मिनट शांत माहौल में बैठकर प्रार्थना करने से हमारी मानसिक शक्ति बढ़ता है और हमें आनंद की अनुभूति प्रदान होता है.


आपने कई बार अध्यात्मिक साधना के बारे में सुने होंगे. यह आध्यात्मिक साधना इसलिए बनाए जाते हैं या बनाए गए हैं कि अपने मन को एकाग्रित करके अपने सकारात्मक ऊर्जा को अपना सके.


आप जो भी भगवान को सच्चे हृदय से मानते हो. उनसे प्रार्थना करें, कि हे भगवान, हमें ऐसी शक्ति प्रदान कर ताकि आने वाले कई प्रकार की चुनौतियों का सामना बड़े ही धैर्यवान बनके और बड़े ही सहजता पूर्वक कर सकूँ और हमें ऐसी हिम्मत प्रदान कर, कि नकारात्मक ऊर्जा को अपने ऊपर हावी न होने दूँ और सकारात्मक ऊर्जा को अपनाकर अपने जीवन को सकारात्मक बनाने में अपनी भूमिका मैं बड़े ईमानदारी से निभा सकूँ.



3. शांत माहौल में बैठकर मेडिटेशन जरूर करें


शांत माहौल में बैठकर मेडिटेशन करने से हमें खुशी का अनुभव होता है. मेडिटेशन के द्वारा दिमाग में उठने वाले कई प्रकार के नकारात्मक विचारों को कम किया जा सकता है और सकारात्मक विचारों को अपनाकर अपने आप को खुश रखा जा सकता है.


दोस्तों, जब भी आप मेडिटेशन करने के लिए बैठे तो आपके आसपास शांत माहौल होना चाहिए, ताकि आप अपने मन को  शांतिपूर्वक से शांत कर सको.


मेडिटेशन करते समय आंख बंद करके सकारात्मक उर्जा को अपने पास आने दें और सकारात्मक विचार को अपनाते हुए सकारात्मक व्यक्ति बनने की कोशिश करें.


मेडिटेशन करने के दौरान काल्पनिक दुनिया में खुशी का अनुभव करने की कोशिश करें.



4. अपने पसंदीदा कार्य को खुशी के साथ करें


दोस्तों, जब आप अपने जीवन में पसंदीदा कार्य को करने को ठान लेते हो तो आपको उस कार्य को करने में मन भी लगता है और आनंद का अनुभव भी होता है.

अपने अनुसार पसंदीदा कार्य करने का एक और फायदा होता है कि आप निरंतर कई घंटों तक बिना कोई रुकावट के उस कार्य को करने की क्षमता बढ़ जाती है.


पसंदीदा कार्य को करने पर आपको बोझ नहीं लगती है, बल्कि आपको उस कार्य को करने में अच्छा लगता है और आपको शांति महसूस होता है कि मैं अच्छा कार्य कर रहा हूँ.


अगर आपसे कोई बोल दे कि आपको पसंदीदा कार्य नहीं करना है और जबरदस्ती आपसे बोले कि आपको यही कार्य को करना है, लेकिन आपको उस कार्य को करने में अच्छा नहीं लग रहा है और कार्य करने में मन नहीं लग रहा है तो क्या आप उस कार्य को करेंगे.


यह साधारण सी बात है कि आप उस कार्य को करना नहीं पसंद करेंगे. इसलिए आप चाह कर भी उस कार्य को सही ढंग से सही समय पर पूरा नहीं कर पाओगे.


इसलिए दोस्तों, हमेंशा कोशिश करें कि अपने पसंदीदा कार्य को ही चुने और उसी कार्य को इतना सीखे कि आपको उसी कार्य को करने में खुशी का अनुभव हो और वही खुशी आपको और आपके मन को आनंदित और प्रसन्न बना सकता है.



5. अपने अंदर गलत भावनाओं को संजोए न रखें


दोस्तों, जब आप अपने अंदर गलत भावनाओं को जैसे कि इस ज्यादा ईर्ष्या, द्वेष, बैर, गुस्सा, चिड़चिड़ापन, चिंता इत्यादि ऐसे गलत भावनाओं को आप अपने मन में रखते हैं, तो आप खुद को डिमोटिवेट करते रहते हैं.


इसलिए दोस्तों, इस प्रकार की गलत भावनाओं को दिमाग में आने ही ना दें. इस प्रकार की भावनाओं को नियंत्रित करना मुश्किल है लेकिन नामुमकिन नहीं है.

 हर इंसान में ऐसा क्षमता होता है कि आप कई प्रकार के गलत भावनाओं को नियंत्रित कर सकते हैं. इसलिए इस प्रकार की भावनाओं को दिमाग में न आने दे और न सोचे.


हमेंशा कोशिश करें कि अपने दिमाग में सकारात्मक भावनाओं को अपनाने की प्रयास जरूर करें, क्योंकि सकारात्मक विचार ही आपको नई ऊर्जा के साथ सकारात्मक कदम उठाने के लिए प्रोत्साहित करेगा. ताकि आप अपने जीवन को सही मार्ग पर आगे बढ़ा सको.



निष्कर्ष:-


आपने इस पोस्ट में समझे है कि खुश रहने के लिए हमें क्या करना चाहिए- Khush Rahane Ke Liye Hamen Kya Karana Chaahie Hindi Mein?

दोस्तों, ऊपर के उपायों को अपनाकर आप अपने आप को खुश रखने का कार्य कर सकते हैं.


अपनी तरफ से खुद ही कोशिश करें, कि आप किस चीज को करने में आपको बहुत आंतरिक आनंद का अनुभव होता है. वही आपका एक विशेष उपाय हो सकता है जो आपके नजर में सही है या भविष्य में होगा.


क्योंकि हर इंसान अलग-अलग सोचने की काबिलियत रखता है और इसी प्रकार से इंसान के द्वारा ही ऐसे-ऐसे कारनामे हो जाते हैं. जो साधारण व्यक्ति नहीं समझ पाते हैं कि वह कैसे उस कार्य को कर रहा है.


इसलिए अपने जीवन को खुशहाल बनाने के लिए सबसे पहले आपको खुश रहने की आवश्यकता होगी, तभी तो आप सकारात्मक रूप में अपने जीवन की दिशा को नई उड़ान दे सकते हैं.



अगर आपको खुश रहने के उपाय को पढ़ने में अच्छा लगा है, तो आप अपने दोस्तों के साथ शेयर करें ताकि उन्हें भी खुश रहने के उपाय को बता सको.


अपने कीमती समय इस पोस्ट पर बिताने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद!