जीवन में परिवर्तन या बदलाव क्यों जरूरी है -JEEVAN ME PARIVARTAN YA BADLAV KYO JARURI HAI

नमस्कार दोस्तों,

कुछ भी बदलाव होने से जीवन या मानव-जीवन में जरूर परिवर्तन होता है. परिवर्तन जीवन का एक प्रकार का रहस्य होता है. जैसे-जैसे कुदरत में बदलाव होता रहता है, उसी प्रकार से मानव जीवन में भी बदलाव जरूरी हो जाता है. आप समझेंगे  कि जानें जीवन में परिवर्तन क्यों जरूरी है - Jivan Mein Parivartan Kyu jaruri hai.


मौसम से लेकर इंसान के  जीवन में परिवर्तन एक साधारण चीज है.

जीवन में बदलाव आने के कारण हमारा मन  असंतुलित होने लगता है और हमें लगता है कि मेरे साथ क्या-क्या हो रहा है.

दोस्तों, अपने जीवन के बदलाव को स्वीकार करना सीखिए, न कि उससे घबराना चाहिए.

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परिवर्तन मानव जीवन को लगातार चलाने वाला एक प्रकार का प्रक्रिया है, जो समय-समय पर मानव जीवन में बदलाव लाता ही रहता है.


कोई भी व्यक्ति अपने जीवन को कुछ समय के लिए रोक सकता है, लेकिन प्रकृति कभी भी अपने आप को  नहीं रोक सकता है.


आप सुबह से शाम तक परिवर्तन ही परिवर्तन देखते रहते हैं, लेकिन व्यस्त रहने वाला इंसान गहराई से महसूस नहीं कर पाते हैं.



जानिए जीवन में परिवर्तन क्यों जरूरी है - Jivan Mein Parivartan Kyu jaruri hai


जिस प्रकार मौसम को बदलने के लिए कुदरत भी  समय-समय पर बदलता ही रहता है, उसी प्रकार से हमारे जीवन को भी बदलने की आवश्यकता समय के अनुसार पड़ ही जाता है।

 आप इसे मानो चाहे नहीं जो व्यक्ति समय के अनुसार बदल जाता है वही अपनी जिंदगी में कमाल कर पाता है।


 हर इंसान का हर समय एक समान नहीं होता है, इसलिए समय के अनुसार इंसान को ही बदलना पड़ता है ना कि समय को।


 समय तो यूं ही हमेंशा की तरह चलता ही रहता है और निरंतर चलता ही रहता है।




1. कंफर्ट जोन से बाहर निकलने के लिए :-


जब आप एक ही कार्य को प्रतिदिन करते हैं और कई वर्षों तक करते ही रहते हैं तो उस परिस्थिति में आप कंफर्ट जोन में ही होते हैं।


 कंफर्ट जोन में रहने वाला व्यक्ति सोचता है कि वह 

कंफर्ट जोन में ही रहकर अपने पूरे जीवन जी सकता है और दूसरों को खुश रख सकता है।


इसलिए जब आप अपने जीवन को पहले से बेहतर बनाने के लिए नई-नई ज्ञान को प्राप्त करते हैं।


कंफर्ट जोन में रहने से तो आरामदायक महसूस होता है, लेकिन-लेकिन एक सीमा के अनुसार ही हमारा दिमाग कार्य करता रहता है और कंफर्ट जोन में हमेंशा डर बना रहता है कि आगे क्या होगा अगर मैं कंफर्ट जोन से बाहर निकल गया तो।


इसलिए आंतरिक डर के कारण ही ज्यादातर व्यक्ति कंफर्ट जोन में ही रहना पसंद करते हैं।


कंफर्ट जोन से बाहर निकलने के लिए एक इंसान को अत्यधिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है, तभी वह कंफर्ट जोन से बाहर निकल पाता है और कई प्रकार के चुनौतियों का सामना बड़े ही संघर्ष के साथ करता ही रहता है।


वास्तव में जो इंसान कंफर्ट जोन को छोड़कर चुनौती भरी रास्ते को चुनता है, वही व्यक्ति कामयाब बनने के रास्ते पर आगे बढ़ता ही रहता है।


इसलिए तालाब का पानी के समान बनने की कोशिश न करें, बल्कि बहता हुआ नदी का पानी के समान बनने की कोशिश करें।


वक्त के अनुसार अपने आपको को कंफर्ट जोन में कैद करके ना रखें, बल्कि कंफर्ट जोन से बाहर निकलकर अपने जीवन को बेहतर बनाने की कोशिश जरूर करें।



 2. विकासशील जीवन बनाने के लिए :-


जिस प्रकार से समय हर पल बदलता रहता है, उसी प्रकार से हमारे जीवन का विकास भी धीरे धीरे-धीरे होता ही रहता है.


जब कोई मनुष्य का जन्म होता है तो वह छोटा होता है, लेकिन जैसे-जैसे समय बितता है ठीक उसी प्रकार से छोटा बालक से धीरे धीरे-धीरे युवा अवस्था की ओर बढ़ता है, उसके बाद वयस्क होते हुए वृद्धावस्था आता है.

यह एक प्रकार का प्राकृतिक प्रक्रिया है, जो हर इंसान के साथ होता है. यह आप अच्छी तरह से जानते होंगे.


जिस प्रकार से हमारे जीवन में जन्म से मृत्यु तक परिवर्तन ही परिवर्तन होता है. इसका मतलब है कि जीवन में परिवर्तन का होना बहुत ही अनिवार्य माना जाता है. जीवन में परिवर्तन के बिना कुछ भी नहीं हो सकता है.


जिस प्रकार एक छोटा-सा पौधा समय के अनुसार एक विशाल पेड़ बनता है, ठीक उसी प्रकार से इस धरती पर हर प्राणी के साथ परिवर्तन एक प्रकार से जुड़ा हुआ है.


जीवन और परिवर्तन दोनों एक साथ चलता ही रहता है, इसलिए जीवन में प्रगतिशील बनने के लिए परिवर्तन का होना बहुत ही आवश्यक होता है.


जो व्यक्ति अपने आप में समय के अनुसार परिवर्तन कर लेता है, वही व्यक्ति कामयाब या सफल व्यक्ति भविष्य में कहलाता है.


जो व्यक्ति अपने जीवन में वास्तव में सफल व्यक्ति बनते हैं, इसका मतलब यह है कि वह व्यक्ति अपने जीवन में बहुत संघर्ष किया है तभी वर्तमान में वह सफल व्यक्ति बन पाया है.


 कुछ व्यक्तियों का नजरिया होता है कि कोई व्यक्ति रातों-रात अमीर व्यक्ति बन गया. लेकिन वास्तविक में कोई भी रातों-रात अमीर व्यक्ति नहीं बनता है. उसके लिए वह कई महीनों,सालों से मेहनत कर रहा होता है.

 जिसे महसूस करना हर किसी की बात नहीं होता है.


दोस्तों, अपने जीवन को वक्त के अनुसार बदलने की कोशिश करते रहें और अपने जीवन में प्रगतिशील या विकासशील करने की कार्य कुशलता को बढ़ाते रहें.



3. जीवन के उद्देश्य को सार्थक बनाने के लिए :-



जिंदगी को किसी प्रकार से केवल बिताने के मकसद से नहीं जीना चाहिए, बल्कि खुद के जिंदगी के उद्देश्य को सार्थक बनाने के लिए जीना उचित होता है।


आपने बहुत सारे महापुरुषों की जीवनी पढ़ें या सुने होंगे। जो महापुरुष जिनका इतिहास में वर्तमान में भी नाम बरकरार है। 

दोस्तों, जिस प्रकार इतिहास के पन्नों में कामयाब व्यक्तियों के बारे में पढ़ते हैं, उनसे आपको अच्छे गुणों को समझ कर सुचारू ढंग से जिंदगी को जीने का प्रयास हरदम करते रहना चाहिए।


इंसान को भगवान ने ऐसा उपहार दिया है, जो कि इस पृथ्वी पर विद्यमान प्राणियों में नहीं पाया जाता है।


इसलिए दोस्तों, जिंदगी को सही तरीके से सार्थक बनाने के लिए समय के अनुसार खुद में परिवर्तन जरूर करें, ताकि भविष्य में भी आपका नाम इतिहास के पन्नों में अंकित हो सके और आपका नाम दूसरे लोग भी बड़े ही विनम्र भाव से ले सकें।


इस पोस्ट में क्या सीखा :-


इस ब्लॉग पोस्ट में आपने सीखा कि जीवन में परिवर्तन क्यों जरूरी है ( Jivan Mein Parivartan Kyu jaruri hai ).

दोस्तों, आपने बारीकी से समझने की कोशिश की है कि जीवन को बदलाव की जरूरत क्यों पड़ती है और हमारे जीवन में बदलाव होना वास्तव में जरूरी ही क्यों है.


अगर आपको यह पोस्ट बहुत प्रभावित किया है तो आप अपने दोस्तों को शेयर करें ताकि उनके जीवन को भी बदलाव की जरूरत हो सकती है क्योंकि जिंदगी तो बदलाव से ही चलता है.

आप अपना समय इस पोस्ट पर देने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद!


 आपका जिंदगी शुभ मंगल हो आप वक्त के अनुसार परिवर्तन करते रहे और अपने जीवन को बेहतर बनाने की प्रयास जारी रखें।


धन्यवाद!