जब भी हमारा जीवन बोरिंग लगने लगता है, तो हमें बहुत निराशा होती है।
जो व्यक्ति एक ही कार्य को दूसरे के इशारे से करता है और उस कार्य को करने में रुचि नहीं रखता है, तो वह व्यक्ति मजबूरी में कार्य करता रहता है।
जिस प्रकार से, कोई इंजन को चलाने के लिए इंधन की आवश्यकता होती है, उसी प्रकार से कोई कार्य को करने के लिए आंतरिक या अंदरूनी ऊर्जा की आवश्यकता होती है।
कोई कार्य को सुचारू रूप से करने के लिए उत्साह एक आंतरिक ऊर्जा के रूप में आपके अंदर मौजूद होता है।
इस ब्लॉग पोस्ट में समझेंगे कि जीवन में उत्साह कैसे बढ़ाएं?
1. उत्साह क्या होता है-What is Excitement in Hindi
उत्साह एक प्रकार का आंतरिक ऊर्जा कह सकते हैं, जोकि रुचि से भरपूर कार्य को करने के लिए मजबूर करता है।
साधारण बोलचाल की भाषा में बताता हूँ कि उत्साह क्या है।
जब आप कोई कार्य को कर रहे हैं, तो अपने मगन में कार्य करते रहना, कई घंटों तक एक ही कार्य को करते रहने पर जब आप थकान महसूस नहीं करते हैं इसका मतलब कि आप उत्साहित होकर उस कार्य को कर रहे हैं जिसमें आपको मन भी लग रहा है और आप उत्साह से भरे हुए भी हैं कि हमें इस कार्य को करना है और किसी रूप में इस कार्य को पूरा करना ही होगा।
आपके अंदर कोई दूसरा व्यक्ति उत्साह पैदा नहीं कर सकता है बल्कि आप खुद ही अपने उत्साह को अपने तरीके से बढ़ा सकते हैं।
उत्साह का मतलब यह नहीं होता है कि आप बेवजह बिना कारण के अपना समय बर्बाद करना और अपने जीवन को अंधेरे की ओर धकेलना।
जीवन में उत्साह का मतलब आपको पूरी तरह से साफ होना चाहिए कि हमें अपने उत्साह का इस्तेमाल करके अपने जीवन को प्रगतिशील करना और दूसरे व्यक्तियों से अलग प्रकार का लोगों के बीच में छवि प्रदर्शित करना।
अपने उत्साह को सही तरीके से सही कार्यों में और जनहित में करने का पूरा प्रयास करना चाहिए।
किसी व्यक्ति को नुकसान पहुंचा कर कभी भी जीवन में उत्साह बढ़ाने की कोशिश न करना चाहिए।
2. उत्साह के उदाहरण (Example of Excitement in Hindi) :-
1.
जब कोई शिक्षक क्लास में उत्साहित होकर और अच्छी तरह से पढ़ाता है, तो उनके बातों को विद्यार्थी गण बड़े ध्यान से और धैर्य के साथ सुनते हैं और विद्यार्थी में भी ऊर्जा बरकरार होता है।
जब कोई शिक्षक आलस्य के साथ क्लास में विद्यार्थी को पढ़ाता है तो विद्यार्थी भी बोरिंग महसूस करता है।
इससे आप पता लगा सकते हैं कि उत्साहित होना कितना मायने रखता है। उत्साह ही ऐसा चीज है कि दूसरों को भी उत्साहित कर सकता है।
आपके जीवन को उत्साहित कोई दूसरा नहीं बना सकता है आप खुद ही आंतरिक रुप से उत्साह से भरपूर रहने की कोशिश कीजिए तभी आप उत्साहित होकर कोई कार्य को बड़े लगन के साथ कर सकते हैं।
2.
जब कोई नदी जब कोई बात हुई नदी अपनी गति के अनुसार बहती रहती है और अपने उत्साह को प्रदर्शित करने का कार्य करती है नदी के सामने कितनी भी बड़ी पहाड़ी आ जाती है उसके बावजूद भी बहती हुई नदी अपना रास्ता खुद ढूंढती है और ढूंढते हुए आगे बढ़ती रहती है और अंत में समुंद्र में जाकर मिलते हैं।
दोस्तों जिस प्रकार से नदी अपना रास्ता ढूंढना जानती है उसी प्रकार से आपको भी उत्साहित होकर अपने कार्य को अच्छी तरह से करने का प्रयास या कोशिश करते रहना चाहिए एक ना एक दिन जरूर आपको अपना लक्ष्य सही से पता चल जाएगा कि आप किस दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।
प्रत्येक इंसान को नदी से सीखनी चाहिए कि जीवन में उत्साह कैसे बढ़ाएं।
3.
तीसरा उदाहरण आपके लिए प्रस्तुत कर रहा हूँ-
आपने Eagle पक्षी के बारे में जानते ही होंगे कि ईगल हमेंशा अपने जीवन को उत्साहित करने के लिए कोशिश करता ही रहता है।
उत्साहित बनने का जब मिसाल बनता है जब ईगल भयानक आंधी आने पर भी उस आंधी में उत्साहित होकर आसमान में मंडराता ही रहता है यह तो सबसे बढ़िया उदाहरण है कि जीवन को कैसे उत्साहित तरीके से जिया जाए।
4.
उत्साह पर चौथा उदाहरण-
जब जंगल में शेर तो भूख लगता है तो वह जंगल तो वह शेर जंगल में शिकार करने के लिए निकलता है तब यही सोचता है कि आज मैं किसी रूप में एक शिकार जरूर करूंगा और मैं अपना पेट जरूर भर लूंगा।
एक शेर को पता रहता है कि किस प्रकार से उत्साहित रहकर एक शिकार को ढूंढना है और उसे हासिल करना है।
हमें शेर से भी जीवन में उत्साह बढ़ाने के तरीकों को सीखने की जरूरत पड़ सकता है।
3. जीवन में उत्साह कैसे बढ़ाएं (How to increase excitement in hindi)
जो इंसान में आंतरिक रुप से उत्साह या ऊर्जा कूट कूट कर भरा होता है वह अपने आप में उत्साहित रहता है और वह व्यक्ति खुद से प्यार करता है।
जीवन में उत्साह बढ़ाने के 5 तरीके :-
1. दृढ़-संकल्प की शक्ति को पहचानें
हमारे दिमाग में बहुत सारी इच्छाएं कुछ ही मिनट,घंटों में आता ही रहता है लेकिन क्या उस इच्छाएं में से कौन सी इच्छाएं लाभदायक हो सकता है।
जिस कार्य को करने में आपको आंतरिक रूप से खुशी का अनुभव होता है उस कार्य को दृढ़ संकल्प के साथ करने की कोशिश करना चाहिए ताकि आप उस उस कार्य में ताकि आप उस कार्य को उत्साहित होकर कर सकते हैं और उस कार्य को सफल भी बना सकते हैं।
यह सब आपके ऊपर निर्भर करता है कि आपके अंदर कितना दृढ़ संकल्प मौजूद है।
2. अपनी रूचि के अनुसार ही कार्य को करें।
हर व्यक्ति का इंटरेस्ट या रुचि अलग-अलग कार्यों में होता है। इसलिए नहीं कहा जा सकता है कि उस प्रकार के व्यक्ति को उस कार्य को करना चाहिए या उस प्रकार के व्यक्ति को उस प्रकार के कार्य को नहीं करना चाहिए।
हर इंसान को अपने रूचि के अनुसार से कार्य करने की जिज्ञासा होनी चाहिए।
दोस्तों,जब आप अपने रूचि के अनुसार से कार्य करते हैं तो आप उस कार्य को बड़े ही उत्साहित होकर और खुशी से कर पाते हैं और सही समय पर उस कार्य को पूरा भी आप आसानी तरीके से कर पाते हैं।
यह सब आपके इंटरेस्ट पर ही आधारित रहता है।
हमेंशा कोशिश करना चाहिए कि अपनी रूचि के अनुसार से ही कोई कार्य को करने का प्रयासरत या कोशिश करते रहना चाहिए, इससे आपको खुशी तो मिलेगी ही, साथ-ही-साथ आप उस कार्य को करने से पहले आप उत्साहित भी रहेंगे और उस कार्य को करते समय तो और भी उत्साहित होकर कार्य को कर पाएंगे।
3. उत्साह बढ़ाने के लिए अच्छे Mentor से सलाह लेना चाहिए
जिस प्रकार से कोई रोगी व्यक्ति को डॉक्टर के पास जाकर इलाज कराना पड़ता है,ठीक उसी प्रकार से अगर कोई व्यक्ति जल्दी अपने जीवन को उत्साहित तरीके से जीना चाहता है तो अच्छे Mentor से सलाह लेना चाहिए।
जो लाइफ Mentor होते हैं, वे जीवन के बारे में हर प्रकार की जानकारी को अनुभव करने की कोशिश करते हैं या ज्ञान प्राप्त करने की कोशिश कर चुके होते हैं या कर रहे होते हैं जिससे उन्हें पता होता है कि किस प्रकार के व्यक्ति को किस प्रकार का सलाह देना उचित हो सकता है।
इसलिए अगर आप जल्दी में और सटीक तरीके से अपने जीवन को उत्साहित बनाना चाहते हैं, तो आप जरूर अच्छे या आदर्श Mentor से जरूर सलाह ने सलाह लें, ताकि आपके जीवन की समस्या कुछ हद तक सॉल्व हो सके।
4. मोटिवेशनल कंटेंट पढ़ने की कोशिश करें
दोस्तों वर्तमान में ऐसा स्थिति है कि अधिकतर लोग वीडियो कंटेंट को ही देखना पसंद करते हैं जो एक तरह से सही भी है या गलत भी है।
आपने बहुत सारे बड़े करोड़पति के बारे में पड़े होंगे उन लोगों का कॉमन आदत में से होता है किताब पढ़ने की आदत।
इसलिए आपने पढ़ने की आदत है तो आप अपने आप को मोटिवेट मोटिवेशनल किताब पढ़ कर या इंटरनेट के माध्यम से मोटिवेशनल ब्लॉक पढ़कर भी आप अपने आप को मोटिवेट कर सकते हैं।
कोई भी कंटेंट को देखने में हमें अच्छा लगता है लेकिन उसे पढ़ने में अधिक मुश्किल लगता है लेकिन जो व्यक्ति मुश्किल रास्ता को चुनता है वही व्यक्ति लंबे समय तक मैदान में बना रहता है।
जब भी आप डिमोटिवेट हो जाएं तो आप मोटिवेशनल किताब या मोटिवेशनल चीजें पढ़े ताकि आप आंतरिक रूप से उत्साहित होकर दोबारा से अपनी रुचि या पसंदीदा कार्य को पूरा कर सको।
आपको उत्साहित होने के लिए आपको अपनी इच्छाओं को कंट्रोल करने की शक्ति आपने मौजूद होनी चाहिए ताकि आप शॉर्टकट तरीके से नहीं बल्कि मुश्किल रास्ता को ही चुने लेकिन चुने तो सही चुनें।
5. कुछ समय प्रकृति के बीच समय बिताएं
जब आपके पास जब आपके आसपास हरियाली ही हरियाली होगी तो आपका मन भी अलग-अलग सकारात्मक भावनाओं को सोचने पर मजबूर हो जाएगा और आप बड़ी तरीके से अपनी जिंदगी को जीने की सोच पैदा कर सकते हैं और अपने जिंदगी को उत्साहित बनाने के लिए आप प्रयास भी कर सकते हैं
इंसान प्रकृति में रहकर बहुत अधिक सोचने की क्षमता को बढ़ा सकता है।
कुछ घंटे प्रकृति में समय बिताने से आपको नहीं नहीं विचार उत्पन्न होंगे और आपको सही और गलत की पहचान भी आपको धीरे-धीरे हो जाएगी कि हमें कौन सा कार्य को करना उचित होगा या अनुचित होगा।
प्रकृति हमेंशा हर इंसान को कुछ ना कुछ देती ही रहती है इसलिए कोशिश करें कि आप भी इसका फायदा उठा लें।
जब आप प्रकृति में कुछ समय तक शांत बैठते हैं तो आपको शांति का अनुभव होता है और अपने जीवन में बड़ा सोच रखने की क्षमता जागृत होता है ताकि आप अपने सपने को उचित समय पर पूरा कर सको ।
यह सब आपके ऊपर निर्भर करता है कि आप प्रकृति को किस नजरिए से देखते हैं।
निष्कर्ष -
इस पोस्ट में आपने जाना कि जीवन में कैसे उत्साह को बढ़ाएं?
दोस्तों आप अपनी अनुसार भी अपने जीवन को उत्साह से भरपूर बना सकते हैं आप अपने जीवन में प्रगति करते रहो।
आप अपना बहुमूल्य समय इस पोस्ट पर बिताने के लिए आपको बहुत-बहुत धन्यवाद!